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Monday, August 7, 2023
हमारा भोजन ही हमारा अमृत है ।
Tuesday, February 23, 2021
🌻 *DP Power शक्ति रसायन चूर्ण / शारीरिक तथा मानसिक थकान मिटाने के लिए* 🌻
🌻 *DP Power शक्ति रसायन चूर्ण / शारीरिक तथा मानसिक थकान मिटाने के लिए* 🌻
👉 अत्यधिक काम का बोझ, डाइबिटीज़ के कारण आयी कमजोरी, उम्र की अधिकता, स्वास्थ्य में कमी, निरंतर गलत दवाओं के सेवन से आई कमजोरी, आज के समय में ज़्यादातर लोग इन समस्याओं से ग्रस्त है, ऐसे में व्यक्ति 40 वर्ष की उम्र तक आते आते निढाल हो जाता है, ये समस्यांए स्त्री तथा पुरुषों दोनों में ही दिखाई देती हैं, इन सभी समस्याओं के लिए आयुर्वेद में चमत्कारिक योग है जिसे आजमा कर कोई भी आसानी से स्वस्थ एवं स्फूर्तिवान बन सकता है।यह दवा निम्नलिखित दवाओं से बनाकर तैयार की जाती है । इसके साथ साथ अगर सही दिनचर्या और खानपान का पालन किया जाए तो व्यक्ति काफी बीमारियों से बच सकता है । कमजोर लोगों के लिए यह अनुभूत योग है ।
अश्वगन्धा
सफेद मूसली
सतावर
शोधित कौंच बीज
काली उडद दाल
गोखरू
सोंठ
जायफल
शुद्ध शिलाजीत
ताल मखाना
बड़ी इलायची
छोटी इलायची
वंसलोचन
बीज बंद
कबाब चीनी
चोब चीनी
सालम मिश्री
मिश्री
अकरकरा
बंग भस्म
2 ग्राम चूर्ण रात में सोने से 30 मिनट पहले गुनगुने दूध से लें, इसके बाद कुछ भी खाना नही है।
अगर आप सुबह मे ले रहे है तो सुबह मे 2 ग्राम (आधा चम्मच) गुनगुने दूध के साथ ले । इसके बाद एक घंटे तक आपको कुछ नही लेना है ।
इस प्रयोग से 5 दिनों में ही अंतर दिखाई देने लगेगा।
*इसके लगातार सेवन से सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी मौसमी बीमारियां नही सताएंगी*,
स्त्रियों को होने वाला *ल्युकेरिया (सफेद पानी) रोग इस दवा के 2 महीने सेवन से ठीक हो जाता है।*
इसे साल के 12 महीने खाया जा सकता है, इसके उपरांत किसी हेल्थ टॉनिक या च्यवनप्राश आदि की ज़रूरत नही पड़ेगी।
चूर्ण के लिए संपर्क करे ।
✍ हेमन्त कुमार शर्मा
What's app :- 09624754206
Friday, February 5, 2021
DIP Diet plan जो कैंसर को भी ठीक कर दे
DIP Fiet Plan जो कैंसर को भी ठीक कर दे
DIP Diet एक ऐसी डाइट है जिसको फालो करने वाला वयकति बहुत कम बीमार होता है और यदि कोई वयकति पहले से किसी भयंकर बीमारी जैसे -कैंसर ,ब्लड प्रेशर ,डाइबिटीज आदि से ग्रस्त है तो वह DIP डाइट प्लान से ठीक भी हो सकता है ।
वयकति कितने सालों तक जीवित रहेगा यह उसकी दिनचर्या और खानपान पर निर्भर करता है ।
पूरी दुनिया में लगभग 200 देश हैं और प्रत्येक देश के व्यक्तियों का औसत जीवन काल अलग अलग है क्योंकि वहां का खानपान और रहन-सहन अलग है।
स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति के पाचन तंत्र का सही रहना जरूरी है । जानिए मनुष्य का पाचन तंत्र कैसे काम करता है ?
नीचे आपको कुछ देशों की लिस्ट दी गई है जिसमे उन देशों के व्यक्तियों का औसत जीवन काल (वर्ष) दिया गया है ।
इस लिस्ट मे सिर्फ कुछ देशों का ही नाम है । पूरी लिस्ट आप विकिपीडिया पर देख सकते है । इस लिस्ट मे भारत 130 वे नंबर पर आता है ।
रैंक देश का नाम औसत जीवन काल (वर्ष) महिला जीवन काल (वर्ष) पुरूष जीवन काल (वर्ष)
6 स्विट्जरलैंड 83.4 85.3 81.1
7 आस्ट्रेलिया 83.3 85.3 81.3
10 साउथ कोरिया 82.8 85.8 79.7
140 पाकिस्तान 67.1 68.1 66
सभी देशों के व्यक्तियों का जीवन काल अलग अलग है । इसलिए वयकति को कैसा भोजन करना चाहिए इसको लेकर चीन के द्वारा 20 वर्षों तक एक स्टडी की गई जिसे China Study के नाम से जाना जाता है।
भारत मे डा विश्वरूप राय चौधरी ने सबसे पहले DIP डाइट के बारे मे लोगों कै बताया । यहा हम आपको DIP Diet के बारे मे विस्तार से बताने जा रहे है ।DIP का फुल फॉर्म होता है Discipline and Intelligent People ।
इस डाइट प्लान के अनुसार आपको दिन मे सिर्फ तीन बार ही भोजन करना है ।
सुबह का नाश्ता, दोपहर मे लंच और रात का डिनर ।
1 सुबह का नाश्ता
नाश्ता आपके सुबह 8 से 11 बजे के बीच करना है । नाश्ते मे आपके सिर्फ फल फ्रूट खाने है और कुछ नही ।
नाश्ता आपको आपके वजन के हिसाब से करना है ।आपको आपके वजन से 10 गुना करना है और उतने ही ग्राम फल फ्रूट लेना है । जैसे अगर आपका वजन 70 किलो है तो आपको 700 ग्राम 3 से 4 प्रकार के फल फ्रूट खाने है ।
फल फ्रूट आपको मौसम(सीजन) के हिसाब से खा सकते है । जैसे अनार ,संतरा,आम, केला,नारियल पानी,चीकू ,नाशपाती,अंगूर,सेव आदि ।
2 दोपहर का लंच
लंच आपको दोपहर मे 1 से 3 बजे के बीच कर लेना है । लंच मे आप जो भी Normal खाना खाते है वह खाएं लेकिन साथ ही उसमें एक प्लेट सलाद खाना भी जरूरी है ।
सलाद आपको आपके वजन के हिसाब से खाना है । आपको आपके वजन को 5 से गुणा करना है और उतने ही ग्राम सलाद लेना है । जैसे आपका वजन 70 किलोग्राम है तो आपको 350 ग्राम, 65 किलो है तो 325 ग्राम और 50 किलो है तो 250 ग्राम सलाद लेना है।
सलाद आप मौसम (सीजन ) के हिसाब से खा सकते है जैसे गीता,टमाटर,ककडी,प्याज, मटर,गाजर,मूली,कच्चा पालक,कच्ची गोभी आदि ।
सलाद खाने के बाद आपको जितनी भूख है उसके हिसाब से नार्मल खाना जैसे रोटी,सब्जी,,दाल ,चावल इत्यादि खा सकते हो लेकिन सलाद मे कमी नही करनी है ।
3 रात का डिनर
डिनर आपको शाम के 7 से 9 बजे के बीच कर लेना है । रात के भोजन मे भी आपको एक प्लेट सलाद और नार्मल भोजन करना है जो आप रोजाना करते है ।
DIP Diet के फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार DIP Diet के निम्न फायदे है :-
1.टाइप 1 और टाइप 2 की डाइबिटीज (सुगर) -2 से 3 दिन ।
2 ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्राल, इंटैसटाइनल डिसॉर्डर- 3 से 7 दिन
3 मोटापा,हार्ट प्रोब्लम-1 महीने
4 कैंसर,अस्थमा, आर्थराइटिस- 6 महीने
5 Skin Disorder,Liver Problem ,Kidney Disorder- 8 महीने ।
DIP Diet Plan मे ध्यान रखने योग्य बातें:-
बाजार का पैकिंग वाला खाना और फास्ट फूड बिलकुल भी नही खाना है ।
आप जितना हो सके शाकाहारी भोजन करने की ही सोचे लेकिन अगर आप ऐसा नही कर सकते तो महीने मे सिर्फ दो बार आप जो चाहे वह खा सकते है ।
अगर आप जीवन भर स्वस्थ रहना चाहते है और अपने परिवार को भी स्वस्थ रखने चाहते है तो। इस डाइट प्लान को जरूर फॉलो करें ।
धन्यवाद ।
Tuesday, November 24, 2020
धनिया एक उपयोगी औषधि
मूत्राशय की जलन- खुश्क धनिये की गिरी और कूजा मिश्री दोनों तीन तीन सौ ग्राम
बनाने की विधि - खुश्क धनिया लेकर मोटा-मोटा कूटकर इसका छिलका अलग करें और बीजों के अंदर की गिरी ले ले ।इस नुस्खे में यही गिरी 300 ग्राम चाहिए ।साधारणतः साडे 400 ग्राम धनिया में तीन सौ ग्राम गिरी निकल आती है यदि कूजा मिश्री ना मिले तो इसके स्थान पर तवे की मिश्री, देसी चीनी या दानेदार चीनी नुस्खे में शामिल करें । इससे दवा के प्रभाव में कोई अंतर नहीं पड़ेगा ।
दोनों वस्तुओं को अलग-अलग पीसकर आपस में मिला लें ।
लाभ :- यह औषधि मूत्राशय की उत्तेजना को दूर करने के लिए एक अद्वितीय चिकित्सा है ।इसके प्रयोग से पोटासी ब्रोमाइड की तरह दिल और दिमाग कमजोर नहीं होते बल्कि इन्हें बल मिलता है नजर की कमजोरी,घबराहट , सिर दर्द चक्कर नींद ना आना आदि रोगों में जो योन अव्यवस्थाओं या प्रमेय स्वप्नदोष के परिणाम स्वरूप प्रकट होते हैं मे यह अत्यंत लाभकारी औषधि है ।
स्वप्नदोष के लिए यह औषधि इतनी हितकर है कि सख्त से सख्त स्वप्नदोष यहां तक कि प्रतिदिन दो चार बार होने वाला स्वप्नदोष भी इसकी पहली ही दिन कि 2 खुराकों से रुक जाता है।
प्रमेह के लिए भी यह इतनी गुणकारी है कि इसके पश्चात दी जाने वाली औषधि के लिए इस कष्ट में अधिक तथा तुरंत सफल होने की संभावना रहती है यह औषधि हाजमा तेज करने का गुण भी रखती है।
सेवन विधि :- प्रातः बिना कुछ खाए पिए रात के बासी पानी से 8 ग्राम फांक लें और तत्पश्चात 1 घंटे तक और कुछ ना खाए इसी प्रकार 8 ग्राम सांय 4:00 बजे के पश्चात प्रातः के रखे हुए पानी के साथ फांक लें रात का भोजन इसके 2 घंटे पश्चात करें ।
नोट :- यदि सोच यदि अधिक पतले दस्त के रूप में होता है तो दूसरी मात्रा से 4:00 बजे लेने के बजाए रात्रि समय सोने से आधा घंटा पहले ले परंतु यदि कब्ज की शिकायत अधिक रहती हो तो दूसरी मात्रा 4:30 बजे ही लें और रात्रि को सोते समय ईसबगोल की भूसी या इसबगोल का छिलका 45 ग्राम लेकर 10-15 ग्राम ताजा पानी से फाकिये । बिना किसी कष्ट के साफ शौच होगा ।
ईसबगोल का उपयोग पहली रात्रि को थोड़ी मात्रा में करें ।यदि इससे लाभ ना हो तो दूसरी रात्रि को इसकी मात्रा बढ़ा ले ।यहां तक की प्रातः साफ शौच होने लगे (4-5 ग्राम से लेकर 15 ग्राम तक का यही अर्थ है) ईसबगोल में एक गुण यह भी है कि यह हानि रहित और कब्ज नाशक होने के अतिरिक्त पतले वीर्य को गाढ़ा करने ,स्वप्नदोष और मूत्राशय की उत्तेजना को दूर करने के लिए उपरोक्त औषधि की विशेष सहायता करता है।
दूसरा योग :- सफेद मूसली और मिश्री 5050 ग्राम मिलाकर चूरन बना ले ।
सेवन विधि- 4 से 6 ग्राम जरूरत के मुताबिक उपयोग करें इससे वीर्य की उत्तेजना दूर हो जाती है मूत्राशय की उत्तेजना ठीक हो जाती है और सब अपने दोस्त को निश्चय ही लाभ होता है यह औषधि बल दायक है और अधिक वीर्य उत्पन्न करती है।
सरदर्द :- खुश्क धनिया 8 ग्राम, खुश्क आंवले 4 ग्राम ,दोनो को रात्रि मे कुंजे(मिटटी के घडे) मे 250 ML पानी मे भिगो कर रख दे । अगले दिन प्रातः मलकर और मिश्री मिलाकर सुबह मे लेने से गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द मे आराम मिलता है ।
कमजोर दिमाग - सवा सौ ग्राम धनिया अच्छे से कूट पीटकर आधा किलो पानी मे उबालें। जब पानी केवल सवा सौ ग्राम रह जाए तो छानकर सवा सौ ग्राम मिश्री मिलाकर फिर पकाएं। जब पीकर गाढा हो जाए तो उतार ले । यह मीठी चटनी हर रोज आठ ग्राम चाटनी है । गर्मी और दिमाग की कमजोरी के कारण आंखो के सामने अंधेरा सा छा जाता है तो यह इसका अत्यंत ही सरल और प्रभावकारी उपाय है ।
नोट :- यह लेख और उपाय आयुर्वेद की पुरानी पुस्तकों से लिए गये है । इन्हे आजमाने से पहले इन पर पूर्ण भरोसा करकर ही यह उपाय करे । मधुमेह के रोगी यह उपाय न करे क्यूकि मिश्री के सेवन से मधुमेह स्तर के बढने का खतरा हो सकता है।
धन्यवाद
हेमन्त कुमार शर्मा
What's App -9624754206)
Friday, September 18, 2020
घी की ताकत
झूठ:--- घी से फैट बढ़ता है,कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
सत्य:--- घी आयुर्वेद और चरक के अनुसार सबसे शक्तिशाली खाद्य पदार्थ है।। घी से फैट कभी नही बढ़ता और न ही कोलेस्ट्रॉल.....बशर्ते वो भारत की देसी गाय का शुद्ध घी हो। घी से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है या फैट बढ़ता है ये वर्तमान डॉक्टरों का पोंगा-ज्ञान है।। भारत की देसी गाय का शुद्ध घी एक औषधि है जो आंखों की ज्योति बढ़ाने से लेकर हार्ट अटैक तक से बचाता है।।मगर कान्वेंट स्कूल से पढ़े गंवारों को कौन समझाए और अंग्रेज़ी शिक्षा प्राप्त डॉक्टर जो खुद तरह तरह की बीमारियों से ग्रसित है,उनके मुंह कौन लगे। अनाज से 25 गुना ज्यादा ताकतवर मांस होता है और मांस से 25 गुना ज्यादा ताकतवर गाय का घी होता है:---महर्षि चरक
Wednesday, August 19, 2020
तीन सफेद जहर
आप सभी को मेरा नमस्कार ।
अगर हम लोग तीन सफेद जहर का त्याग कर दे तो हम काफी बीमारीयो से बच सकते है ।
प्रेशर कुकर ऐलयूमीनियम का बनता है । ऐलयूमीनियम के बर्तनो का त्याग कर दे ।
तीन सफेद जहर है
1 जहर :-आयोडीन युक्त नमक (इसके स्थान पर सभी लोग सैंधा नमक प्रयोग करे ।)।
2 जहर :- सफेद चीनी (इसकी जगह पर देशी गुड या मिश्री का प्रयोग करे )
3 जहर :- मैदा और मैदा से बनी चीजे (पाव भाजी ,बडा पाव ,ब्रेड, पिज्जा,सैंडविच इत्यादि) मैदे के स्थान पर गेंहू के आटे का उपयोग करे ।
ऐलयूमीनियम के बर्तनो के स्थान पर अगर मिट्टी के बर्तनो का उपयोग करे तो सर्वश्रेष्ठ है ।
सब्जी बनाने के लिए ऐलयूमीनियम की कढाई का उपयोग न करे । अगर हो सके तो तांबा या पीतल या फिर लोहे की कढाई जो कि हर जगह आसानी से मिल सकती है उसका उपयोग करे ।रिफाइंड तेल के स्थान पर गाय का शुद्ध देशी घी या फिर कच्ची घानी के तेल का उपयोग करे ।
फ्रिज का उपयोग कम से कम और न ही करे तो बेहतर रहेगा ।
आप सभी सिर्फ चार महीने ही इन नियमो का पालन करके देखिए और आप खुद आंकलन करिए कि पहले आप कितने बीमार रहते थे और अब कितने रहते है ।जब तक आपकी दिनचर्या या खानपान सही नही है तब तक आप स्वस्थ्य नही हो सकते ।आपका स्वास्थ्य आपके हाथ ।
धन्यवाद
हेमन्त कुमार शर्मा
Tuesday, May 7, 2019
आमलकी रसायन
आमलकी रसायन पित्त को कम करने वाला है। यह एसिडिटी को ठीक करता है। इसके सेवन से बल, मेधा, शक्ति और रक्त की वृद्धि होती है। यह शरीर को शक्ति देता और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है।
रसायन क्या होते हैं: आयुर्वेद में, वे जड़ी बूटी/औषधि जो दीर्घायु, स्मृति, स्वास्थ्य, जीवन शक्ति, को बढ़ावा देती हैं उन्हें रसायन कहा जाता है। रसायन मूलतः टॉनिक है जो बढ़ती उम्र का प्रभाव रोकने में लाभप्रद है, जोश में वृद्धि करनी वाली है और और रोगों का इलाज करती हैं। वे शरीर के रस और धातु को शक्ति देती है तथा शरीर के अन्य तत्वों पर लाभकारी प्रभाव डालती हैं। रसायन के सेवन से चयापचय सिस्टम मजबूत होता है और फलस्वरूप पूरे शरीर को बेहतर बनाती है। आंवला आयुर्वेद के महत्वपूर्ण रसायन में से एक है। इसमें नमकीन स्वाद के अतिरिक्त सभी स्वाद होते है और कसैला स्वाद का मुख्य है।
आमलकी रसायन पित्त को कम करने वाला है। यह एसिडिटी को ठीक करता है। इसके सेवन से बल, मेधा, शक्ति और रक्त की वृद्धि होती है। यह शरीर को शक्ति देता और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है। यह बाल, आंखें और दिमाग के लिए अच्छा है। यह शरीर की रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके सेवन से बाल काले रहते है और बाल गिरने बंद हो जाते है। यह बढे पित्त को कम कर देता है और इस प्रकार अम्लपित्त में राहत देता है। यह पाचन तंत्र के लिए अच्छा है। यह बार-बार होने वाले संक्रमण से बचाता है।
आंवले के गुण
कफ-हर/ खांसी में राहत
कुष्ठाघ्ना/सभी त्वचा की बीमारियों में लाभकारी
विरेचक
ज्वर-हर/बुखार में राहत
बांझपन दूर करने के वाला
उम्र के प्रभाव को रोकने के वाला
रसायन टॉनिक
आँखों के लिए अच्छा
आमलकी रसायन के घटक
आंवला चूर्ण आंवला के रस में संसाधित।
आमलकी रसायन के लाभ :-
यह रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
यह एक रसायन या टॉनिक है।
इसका सेवन पूरे स्वास्थ्य को सुधारता है।
यह शरीर को शक्ति और स्फूर्ति देता है।
यह बालों, आँखों और दिमाग को ताकत देता है।
यह शरीर से विटामिन सी की कमी को दूर करता है।
यह आयरन के अवशोषण में सहायता करता है।
यह बालों का गिरना रोकता है और उनको काला रखता है।
यह शरीर को फ्रीरैडिकल डैमेज से बचाता है।
यह एंटी-एजिंग है।
यह वृद्धावस्था में उपयोगी है।
यह अधिक पित्त को कम करता है।
यह इसके रेचक गुण के कारण कब्ज में राहत देता है।
बार-बार होने वाले संक्रमण इसके सेवन से दूर रहते हैं।
यह प्रकृति में ठंडा है और शरीर में जलन और पेप्टिक अल्सर में राहत देता है।
आमलकी रसायन के चिकित्सीय उपयोग:-
आमलकी रसायन एक टॉनिक है। यह पाचन और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यह अम्लता कम कर देता है और कब्ज में राहत देता है। यह विभिन्न रोगों में लाभकारी प्रभाव दिखाता है।
सामान्य कमजोरी, थकान
आँखें, मोतियाबिन्द, दृष्टि की कमजोरी
बालों का असमय सफ़ेद होना, बाल गिरना
शरीर में जलन
अत्यधिक पित्तHyperacidity
विटामिन सी की कमी
खाँसी, ठंड, दमा, आवर्तक श्वसन रोगों
कब्ज
पेप्टिक अल्सर
वृद्धावस्था
रक्तपित्त, नक् से खून बहना, मसूड़ों से खून आना
वात-व्याधि, जोड़ों में दर्द
मूत्र संबंधी विकार
आमलकी रसायन की सेवन विधि और मात्रा :-
1-2 चम्मच (5 से 10 ग्राम) दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
इसे गर्म दूध के साथ के साथ लें।
या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
हमारा भोजन ही हमारा अमृत है ।
आप सभी को नमस्कार ।एक बात है की आजकल हर कोई Short Cut में पड़ा हुआ है । और कैसा भी हो बस स्वाद चाहिए चाहे वो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक ह...
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* दुबले – पतले लोगों के लिए – पुष्टिवर्धक लड्डू (पाक)* काले उड़द , गेहूँ , जौ व छिलका सहित देशी चने का आधा – आधा किलो आटा देशी घी ...
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* 🌾 बाजरा खाइए , हड्डियों के रोग नहीं होंगें। 🌾 बाजरे की रोटी का स्वाद जितना अच्छा है , उससे अधिक उसमें गुण भी हैं। 🌾 - बाजरे की...
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आप सभी को नमस्कार ।एक बात है की आजकल हर कोई Short Cut में पड़ा हुआ है । और कैसा भी हो बस स्वाद चाहिए चाहे वो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक ह...