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Monday, August 27, 2018

चाय के शौकीन एक बार यह लेख अवश्य पढे


चाय के शौकीन एक बार यह लेख अवश्य  पढे

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आप सभी को मेरा नमस्कार  । दोसतो मै आज आपको   चाय  के विषय मे थोडी जानकारी देने जा रहा हू । चाय आज हर घर की जरूरत है । अगर किसी के घर मेहमान आए तो हम चाय नमकीन के साथ उसका स्वागत करेगे जो कि गलत है । कयूकि  पहली बात चाय दूध से बनती है और दूध से या चाय के साथ नमक या नमक से बने पदार्थो का सेवन करना गलत है । ऐसा करने से हमे त्वचा  आ कई रोग मुफ्त  मे मिल जाते है ।चाय जो हम पीते है और जिसका व्यापार  भारत मे बहुत ही बडे स्तर  पर फैला हुआ है । भारत मे हर महीने कई हजार करोड रू की चाय देश मे बिकती है । और चाय मे डाली जाने वाली चाय पत्ती  से भी जयादा खतरनाक  है उसमे डाली जाने वाली शककर (चीनी ) । चाय अम्लीय  होती है और चाय मे जो चीनी डाली जाती है वह भी अम्लीय  ही होती है । तो जो हम चाय पी रहे है वह चीनी के साथ मिलकर एक महा गठबंधन बनाती है । अब सोचिए कि अगर कोई व्यक्ति  दिन मे चार या पांच कप चाय पीता है तो उसके पेट मे अम्लीयता का स्तर  कितना बढ जाएगा । और पेट इतने अम्लीय  स्तर  को सहन नही कर पाएगा । शरीर मे एक अंग है किडनी । हमारे शरीर मे दो किडनी रहती है जिनका कार्य  होता है शरीर से अपशिष्ट  या शरीर के लिए अनुपयोगी पदार्थो को बाहर निकालना । तो यही किडनी फिर शरीर मे से अम्ल  के बढे हुए स्तर  को मूत्र मार्ग के द्वारा  मूत्र के जरिए बाहर निकालती है । लेकिन   किडनी भी अपनी क्षमतानुसार ही यह कार्य  करती है । तो सोचिए अगर अगर आपके पेट मे अम्लता  का स्तर बढा हुआ है और किडनी अपनी क्षमतानुसार सिर्फ  70% अम्लता ही निकाल पाती है तो फिर 30% अम्लता  पेट मे ही रहेगी और फिर बाद मे यह 30% अम्लता  हमारे पेट से हमारे रक्त  मे मिल जाती है जिससे रक्त  की अम्लता बढ जाती है और रक्त की अम्लता  बढना एक खतरनाक रोग है जो कि आगे जाकर हृदयाघात, कोलेस्ट्राल का बढना ,उच्च रक्तचाप और यूरिक ऐसिड का बढना जैसे रोगों को जन्म  देता है । इसलिए  आपसे निवेदन है कि जिन लोगो को भी उच्च रक्तचाप की समस्या है वो लोग आज से ही चाय पीना बंद कर दे क्यूंकि चाय रक्तचाप को बढाने मे योगदान देती है ।

आप यहा एक काम कर सकते है कि जो लोग चाय के बिना नही रह सकते वो लोग आयुर्वेदिक चाय ले सकते है और उस चाय मे आपको दूध नही डालना है और चीनी के स्थान  पर मिश्री या देशी गुड का उपयोग करे और दूध के स्थान  पर नीबू  का प्रयोग  करे । इस प्रकार से तैयार आयुर्वेदिक चाय (काढा) आपकी काफी बीमारीयो से रक्षा करके आपके शरीर को मजबूती प्रदान करेगी  ।
धन्यवाद
हेमन्त कुमार शर्मा 

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